Posts

Showing posts from April, 2025

mail

विज्ञान खंड

   दो शब्द        वर्तमान समय में उन्नत विज्ञान के द्वारा मनुष्यजीवन  की  कठिनाइयों  को कम करने के लिए अत्यंत प्रभावी प्रयत्न किए जा रहे हैं |अनुसंधान पूर्वक सुख सुविधाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण संसाधन खोज लिए गए हैं, किंतु जिन मनुष्यों  को सुखी करने के लिए ऐसी खोजें की  गई  हैं|  प्राकृतिक आपदाओं या  महामारियों से  उन मनुष्यों को ही यदि सुरक्षित नहीं रखा जा सकेगा तो उन सुख सुविधाओं का क्या होगा | जो मनुष्यजीवन की कठिनाइयाँ कम करके उन्हें सुख सुविधा संपन्न बनाए जाने के लिए खोजी गई हैं |        विगत कुछ दशकों में भारत परिश्रम तो को पड़ोसी देशों  के साथ तीन युद्ध लड़ने पड़े  हैं| उन तीनों युद्धों में  जितने देशवासियों की मृत्यु हुई थी |उससे बहुत अधिक लोग केवल कोरोना महामारी में ही मृत्यु को प्राप्त हो गए हैं |ऐसे कई लोग जब संक्रमित हुए तब हमारी उनसे बात हुई | उस अवस्था में भी उन्हें यह विश्वास था कि अत्यंत उन्नत विज्ञान की मदद से वैज्ञानिक लोग महामारी से हमें सुरक्षित बचा लेंगे |...

वातादि दोष !

                               वात, पित्त, और कफ़ का परिचय एवं प्रभाव (संतुलित)                                            त्रिदोषों   के  असंतुलन की प्रक्रिया और  प्रभाव !      शिशिर ( सर्दी) ग्रीष्म (गर्मी) वर्षा आदि प्रमुख ऋतुओं का प्रभाव कभी ऋतुओं के अपने समय से प्रारंभ होकर और निर्धारित समय सीमा तक रहता है|कभी ऋतुओं की निर्धारित अवधि से अधिक समय तक तो कभी कम समय तक रहता है | ऐसे ही ऋतुओं के प्रभाव का वेग कभी उचित अनुपात में रहता है तो कभी प्रभाव का वेग बहुत अधिक या बहुत कम रहता है | किसी एक ऋतु का प्रभाव  बहुत अधिक बढ़ जाता है,या उसका समय काफी लंबा खिंच जाता है |किसी किसी वर्ष ऋतुप्रभाव  कम समय तक रहता है अर्थात नवंबर दिसंबर तक सर्दी पड़नी शुरू ही नहीं होती है या फिर  जनवरी फरवरी से ही सर्दी कम होने लग जाती है | इस प्रकार से कम समय में ही ...