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Showing posts from January, 2025

samay vigyaaan

      दो शब्द     किसी गतिशील बिंदु के एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक जाने के अंतराल को ही समय  कहा जाता है। समय बदलने पर प्रकृति और जीवन में  घटनाएँ घटित होने लगती हैं|  संसार के प्रत्येक जीव जंतु व्यक्ति वस्तु स्थान भाव परिस्थिति आदि में छोटे बड़े परिवर्तन हमेंशा होते रहते हैं | सृष्टि में जो कुछ जैसा  पहले  दिखाई पड़ रहा  होता है बाद में उसमें कुछ बदलाव आ गया होता है  बाद में वो वैसा नहीं रहता है | ऐसे परिवर्तनों को देखकर ही समय के बीतने का अनुभव होता है| ऐसे परिवर्तन न हों तो समय बीत रहा है | ये पता ही नहीं लग पाएगा |       विशेष बात ये है कि  इतने विराट ब्रह्मांड में इतने बड़े स्तर पर परिवर्तन करने वाली इतनी शक्तिशाली परिवर्तक ऊर्जा कहाँ से आती है|जिससे छोटे से छोटे परमाणु से लेकर  ब्रह्मांड  में होने वाले बड़े से  बड़े परिवर्तन प्रतिपल होते रहते हैं |इन परिवर्तनों के होने के लिए जिम्मेदार कारण क्या है |        समयविज्ञान की दृष्टि से देखा जाए तो परिवर्तन सम...

समय महामारी 2-1-2025

__________________________________________________________________________________ समयविज्ञान !        विज्ञान का अर्थ किसी विषय का विशेष ज्ञान होता है |इसलिए  सबसे पहले समयविज्ञान अर्थात समय की शक्ति एवं समय के संचार को समझने के लिए गंभीर प्रयत्न किए जाने चाहिए | इसके बिना न तो किसी घटना को सही सही समझा जा सकता है और न ही सही पूर्वानुमान लगाए जा सकते हैं |        इसलिए समय की समझ प्रत्येक व्यक्ति को होनी चाहिए |समय के अतिरिक्त बाक़ी जितने भी प्रकार के विज्ञान हैं | वे समय के ही आधीन हैं | किसी भी कार्य को करने के लिए प्रयत्न तो किए जा सकते हैं किंतु परिणाम समय के अनुसार ही प्राप्त होते हैं |प्रयत्न और समय दोनों के संयोग से ही सफलता मिलती है|किसी कार्य में सफलता  मिलने का समय पता न हो तो कई कई बार प्रयत्न करके समय का परीक्षण करते रहना होता है| जब समय अच्छा आता है तब सफलता मिल जाती है |       वैज्ञानिकों के द्वारा कुछ अनुसंधान बड़े विश्वास पूर्वक प्रारंभ किए जाते हैं | उनमें बहुत संसाधन लगते हैं | बहुत धन लगता है |अत्यंत परि...