Mahamaari
समयविज्ञान ! दो शब्द विश्व के सबसे प्राचीन गणितविज्ञान की ऐसी सक्षम विधा सनातनधर्मियों के पास है| जिसके द्वारा प्रकृति और जीवन में घटित होने वाली घटनाओं के न केवल कारणों को गणित के आधार पर समझा जाता रहा है,प्रत्युत उनके विषय में पूर्वानुमान भी लगा लिया जाता रहा है| सनातनधर्मियों को यह विज्ञान परंपरा से प्राप्त हुआ है| इसके आधार पर अभी भी समाज में घटित होने वाली घटनाओं को तो समझा जा ही सकता है | उसके साथ ही साथ समस्त प्राकृतिक वातावरण में समय समय पर होते रहने वाले परिवर्तनों को भी समझा जा सकता है और उनके विषय में महीनों वर्षों पहले पूर्वानुमान भी लगाया जा सकता है | सनातन धर्म के प्राचीन वैज्ञानिकऋषि मुनि इसीविज्ञान के द्वारा भूकंप आँधी तूफ़ान वर्षा बाढ़ चक्रवात बज्रपात जैसी घटनाओं के विषय में आगे से आगे पूर्वानुमान लगा लिया करते थे |ऐसा वर्णन सनातन धर्म के अनेकों ग्रंथों में अभी भी मिलता है |उसी प्राचीन ज्ञान विज्ञान के आधार पर मैं पिछले चार दशकों से अनुसंधान करता आ रहा हूँ | उससे आँधी तूफ़ान वर्षा बाढ़ चक्रवात जैसी घटनाओं के विषय में मेरे द...